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प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम के लक्षण और उपचार के विकल्प
प्रीमेनस्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS) एक ऐसी स्थिति है जो मासिक धर्म चक्र के दूसरे भाग में होती है और यह महिलाओं के एक महत्वपूर्ण हिस्से को प्रभावित करती है। PMS शारीरिक, भावनात्मक और व्यवहारिक लक्षणों की एक श्रृंखला के रूप में प्रकट हो सकता है, जो आमतौर पर मासिक धर्म के आगमन के साथ कम हो जाते हैं या समाप्त हो जाते हैं। लगभग 50-80% महिलाएं अपने जीवन में किसी न किसी रूप में PMS का अनुभव करती हैं। सिंड्रोम की उपस्थिति और गंभीरता व्यक्तियों के बीच भिन्न होती है और यह कई कारकों पर निर्भर करती है, जिसमें आनुवंशिक प्रवृत्ति, हार्मोनल परिवर्तन और तनाव का स्तर शामिल है। PMS के…
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पीएमएस के लक्षण: मासिक धर्म की समस्याओं को पहचानें और उनका प्रबंधन करें
प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (PMS) एक ऐसी स्थिति है जिसे कई महिलाएं अपने मासिक चक्र के दौरान अनुभव करती हैं। PMS के लक्षणों की एक विस्तृत श्रृंखला होती है, जिसमें शारीरिक, भावनात्मक और व्यवहारिक पहलू शामिल होते हैं। ये लक्षण अक्सर मासिक धर्म से पहले के हफ्ते में प्रकट होते हैं, और आमतौर पर मासिक धर्म शुरू होने के साथ ही कम हो जाते हैं या समाप्त हो जाते हैं। PMS केवल एक साधारण असुविधा नहीं है; कई महिलाओं के लिए यह एक गंभीर समस्या है जो उनके दैनिक जीवन, काम और रिश्तों को प्रभावित करती है। PMS के कारण PMS के कारण पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन हार्मोनल परिवर्तन,…