• कोर्टिज़ॉल स्तर की भूमिका तनाव प्रबंधन और स्वास्थ्य में
    दर्द और बुखार से राहत,  पाचन संबंधी समस्याएँ

    कोर्टिज़ॉल स्तर की भूमिका तनाव प्रबंधन और स्वास्थ्य में

    कोर्टिसोल, जिसे “तनाव हार्मोन” के रूप में भी जाना जाता है, शरीर के कार्यों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह अधिवृक्क ग्रंथियों में उत्पन्न होता है और कई शारीरिक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करता है, जिसमें मेटाबॉलिज्म, सूजन प्रतिक्रियाएँ और तनाव के प्रति प्रतिक्रियाएँ शामिल हैं। कोर्टिसोल का स्तर दिन भर में बदलता है, आमतौर पर सुबह सबसे अधिक होता है, जबकि शाम को यह कम होता है। इस हार्मोन का संतुलन अच्छे स्वास्थ्य और स्वस्थ जीवनशैली के लिए आवश्यक है। कोर्टिसोल का स्तर केवल तनाव के प्रभाव से नहीं बढ़ सकता, बल्कि अन्य कारक भी इसे प्रभावित करते हैं, जैसे नींद की गुणवत्ता, पोषण, शारीरिक गतिविधि और मनोवैज्ञानिक स्थिति।…

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